रविवार, 1 जनवरी 2017

क्षणिकायें-1

क्षणिकायें-1

प्यार
दो लोंगों के बीच
एक एहसास;
तीसरा कभी न
जान पाए वो बात .

दोस्त
वो जो मेरे साथ है,
बगैर ये जाने या पूछे
कि वो क्यों...?
मेरे साथ है.

वक्त
हर घाव का मरहम होता है.
हर दर्द की दवा होता है .

दीपक
जो खुद जलता है
और
दूसरों को रौशनी देता है;
दीपक ही होता है.



स्त्रोत्र-गूगल +

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