रविवार, 12 जनवरी 2014

Recharge your hair-recharge your life-Sunsilk contest

जीवन को बदल दिया  … इस तरह से  … !!


Sunsilk  contest "recharge  your  hair " ने मुझे अपने बालों के बारे में सोचने को सच में ही विवश कर दिया, अगर ऐसा न हो तो। …
 एक सुबह जब  आप सोकर उठें और पाएं कि  "आपके सिर  पर बाल है ही नहीं ". यकीन  मानिये आप बेहोश  होते होते बेचेंगे।  सोचिये  … यदि वास्तव में ऐसा हो  जाये  ... तो  आपको कैसा   …?? आपकी  प्रतिक्रिया बेहद हौलनाक  होगी।  खैर असली जिंदगी में तो यकीनन आप वो आखरी शख्स किसी भी तरह से हो ही नहीं सकते, निश्चित तौर पर वो करोड़ो में से  कोई एक बंदा, दुनिया के किसी कोने में  होगा जो इस तरह कि खौफ़नाक परिस्थिति का शिकार  होगा।

इस असम्भव सी लगने वाली बात से मेरा भी सामना हो सकता है ऐसा मैंने कभी सपने में भी नहीं सोचा था।  पर  … एक दिन ये भी हो ही गया।  एक दिन रात के समय मैंने देखा, " मेरे सिर से बाल गायब थे याने में सिर गंजेपन की भेंट चढ़ चुका था।" और ये देखकर मेरी नींद खुल गई  … अरे  बाबा  … घबराने वाली कोई बात नहीं  … ये मै आपसे कह रही हूँ, पर। … सच बताऊँ तो मै स्वयं भी डर गई थी। सपना भी इतना  भयानक हो  सकता है, ये पहली बार जाना। हकीकत से भी खौफनाक था वो सपना। सच जानिये  … उस सपने कि intensity इतनी तीव्र थी कि मै कई रातों तक अनिद्रा की  शिकार रही। पर मुझे ये लग रहा था कि मानो मेरे बालों ने मुझे चेतावनी दे दी कि' हमारी तरफ ध्यान दो वर्ना  … पछताना पड़ेगा  …यदि तुम्हारा रवैया ऐसा रहा तो हम तुम्हें छोड़कर भी जा सकते हैं।' और इस बात ने मेरी नींद उड़ा दी। कुछ हद तक ये बात सच भी थी कि मै अपने बालों  के प्रति हद दर्जे की  लापरवाह रही हूँ।  मै कहूँ के मेरे बाल सावन कि घटा जैसे घने और काले हैं तो ये सरासर झूठ है और इस पर कोई शायरी लिख देगा  …? ऐसा तो होने से तह , हाँ  ... पर  … इतना जरुर है कि मेरे बाल चमकदार, कोमल और घुंघराले हैं।

अब जब मुझे लगा कि बालों की अब और अनदेखी नहीं की जा सकती तो मुझे अब यह सोचना था कि मै अपने बालों कि देखभाल के लिए समय कैसे  निकालूँ  …? ये केवल हफ्ते के एक दिन ही सम्भव है, वो भी इतवार को। बाकि के छै  दिन मेरी जिंदगी ऑफिस और घर के बीच roller -coaster -ride की तरह बन जाती है। अब ऐसे में क्या  … आपको लगता है कि मै  बालों पर गौर फर्मा सकती हूँ  … ?? वैसे भी मेरे बाल उपेक्षित हो रहे हैं ये मै  समझ रही हूँ पर  … अब वक्त आ गया था कि मै अपने बालों को recharge  करूँ।  और इसके लिए मुझे जल्दी ही opportunity भी दीवाली कि छुटियों के रूप में मिलने वाली थीं। अब यही सोचा  कि इन छुटियों का इस्तेमाल  घर कि सफाई कि बजाय अपने बालों कि देखभाल में किया जाए।

diwali की  छुटियों में अपने बालों को recharge करने के लिए मैंने किसी beauty parlor की राह थामने की बजाये अपने सदियों पुराने दादी माँ के नुस्खे पर यकीन करना बेहतर समझा। आज तक दादी माँ मुझे अपने बालों की केयर करने के लिए समझाती  थीं और मै उनके कहने पर ध्यान ही नहीं दिया करती थी, आज मुझे उनकी एक एक कही बात याद आ गई और फिर कोई दूर  तो थीं नहीं वे केवल दूसरे  कमरे तक तो जाना था। दादी को मनाना आसान था, इस सर्दी में केवल एक कप गुड और अदरक वाली चाय उन्हें खुश कर देने के लिए काफी थी। हुआ भी  यही  उन्होंने मुझे 'तथास्तु' कह ही दिया, अब  … जब वरदान मिल गया था तो सबसे पहले मिल गया था तो सबसे पहले उनके कहेनुसार मै oil गर्म करके ले आई और उनके  ममता और  प्यार भरे हाथों से मिलने वाले oil message के सुख के सामने बड़े बड़े मौके और gift  भी  फीके थे।  जो बात उनके प्यार से सिर के बालों को सहलाने कि थी उसे मै शब्दों में बयाँ नहीं कर सकती। उन्होंने अपने ममता भरे हाथों से  मेरे बालों में oil massage किया।दादी मालिश करती रही  और उनके ममताभरे हाथों  की सहलाहट ने मुझे कब नींद के आगोश में पहुँचा दिया पता ही नही चला। और आप सोच नहीं सकते  … पता है …! मै कब उठी  … ??? दूसरे दिन सुबह 7 बजे। सुबह उठकर मैंने सबसे  पहले अपने बालों में shampoo किया और वो भी दादी के हाथों से बना homemade shampoo. Sorry … ! मै ये secret आपसे share नहीं कर सकती। मुझे अपने बालों में एक नई ताजगी महसूस हुई और अपने बालों में volume भी नजर आया। अपनी दादी से मैंने 2-3 दिन तक hot oil massage करवाया और परिणाम बेहद चौकाने वाले मिले। मेरे  बाल चमकदार और बेहद soft नजर आने लगे।  अपने बालों में  इस तरह से नई जान पाकर मै बेहद खुश थी, वाकई अपने बालों को recharge कर मानों मै स्वयं में एक बदलाव महसूस कर रही थी। जिस oil massage से मै चिढ़ती थी वो मेरे बालों को इस तरह से एक नया जीवन देगा, मने सोचा भी नहीं था। 

अपने बालों को जिस तरह से मैंने recharge किया था और उससे जिस तरह से मेरी जिंदगी में क्रांतिकारी परिवर्तन आया था, वो बेहद  सुखद था।  लोगों कि निगाहों में अपने लिए तारीफ़ ने मुझमें एक नया आत्मविश्वास भर दिया। अपने लिए प्रशँसा हर इंसान को भाती है फिर मुझे क्यों न अच्छी लगती  …?कहाँ तो मुझे अपनी रूटीनी life बेहद boring लग रही थी  …! कहाँ अब घर और office में काम करने में मजा आ रहा था, boss भी खुश थे और जिस तरह से वे मेरे काम कि तारीफ कर रहे थे' उससे लगता था कि अब 2 सालों से रुका promotion जल्द ही मिल जाने कि उम्मीद होने लगी थी। अपने आप में मै एक बदलाव का अनुभव कर रही थी.… लाइफ roller -coaster-ride  ही सही  … पर अब उससे प्यार होने लगा था। हर तरफ संगीत सुनाई देने लगा था। मै स्वयं ही जाने अन्जाने मुस्कराने लगी थी  … और लोगों कि निगाहों में मेरी इस ख़ुशी का राज जानने कि चाहत मुझे अंदर तक गुदगुदा देती थी… अगर आप भी अपने जीवन में खुशनुमा बदलाव चाहते हैं तो अपने बालों को recharge करना न भूलें।  


 और  अब तो अपने बालों पर शायरी करने को जी चाहता है -
"वो जुल्फ का लहराना कुछ इस तरह हुआ ,
मानों  सावन की घटा  का बरस जाना हुआ।"


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